Bhimbetka Rock Shelters भीमबेटका की गुफाएं ( भारत )
भीमबेटका की गुफाएं ( भारत )
Bhimbetka Rock Shelters/ Zoo Rock Shelters
विश्व की प्राचीन बस्ती
भीमबेटका गुफ़ा मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित हैं। यह गुफाएं भोपाल से 60 km दक्षिण में भीमबेटका नाम कि पहाड़ी पर स्थित हैं। गुफाएं चारों ओर से विंध्य पर्वत मालाओं से घिरी है।
भीमबेटका कि कुल 750 गुफाएं मध्य प्रदेश के घने जंगलों में स्थित है। इन गुफाओं कि खोज पुरातत्व विभाग के Dr Vishnu Shridhar Wakankar ने 1957-58 मे कि थी।
भारत मे स्थित भीमबेटका कि गुफाएं विश्व कि सबसे प्राचीन बस्ती मानी जाती है।
ये गुफाएं प्राचीन आदि मानव का निवास स्थान थी। यह गुफाएं पुरा पाषाण काल _ मध्य पाषाण काल 30,000 वर्ष पूर्व की मानी जाती है। यह गुफाएं होशंगाबाद से भोपाल कि ओर जाने वाली रेल मार्ग पर बरखेड़ा तथा उबवेदुल्लागंज स्टेशन के मध्य स्थित है। भीमबेटका कि गुफाएं विश्व विरासत कि सूची मे 9 July 2003 को शामिल हुई।
भीमबेटका कि कुल 750 गुफाओं में से 275 गुफाओं से अनेक चित्रों के अवशेष मिले है । चित्रों की संख्या कुल 133 है । इन गुफाओं कि दीवारों पर 1000 से भी अधिक कप के आकार के समान आकृति प्राप्त है। प्राचीन आदि मानव ने इन गुफाओं के छतों व दीवारों पर दैनिक जीवन संबंधी चित्रों को उकेरा है। आदि मानवों ने इन गुफाओं पर चित्रण के लिए खनिज तत्वों से बने रंगों को पीसकर, जानवरों कि चर्बी मिलाकर रंग बनाएं। इन गुफाओं से दो स्तर के चित्र प्राप्त है। पहले स्तर में मानव जीवन संबंधी चित्र तथा दूसरे स्तर मे शिकार , पशु पक्षी, शिकारी मुखौटें, हिरण का पीछा करते भैंसें, तथा बच्चों के हथेलियों के निशान हैं।
पर्यटकों के लिए यह गुफाएं आकर्षण का केंद्र है। भीमबेटका का नाम महाभारत के पात्र भीम के नाम पर पड़ा है।भीमबेटका के चित्रों में प्रयुक्त रंग - सफेद, पीला, नारंगी, लाल गेरूआ, बैंगनी, भूरा, हरा और काला। सबसे आम रंग - सफेद और लाल। हेमेटाइट (गेरू ) से प्राप्त लाल; चैलेडोनी से हरा; सफ़ेद संभवतः चूना पत्थर से। बना है ।ब्रश पौधे के रेशों से बनाए जाते थे।
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